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Friday, September 16, 2011
अंगुर खाओं और डायबिटीज भूल जाओ
अंगूर सिर्फ स्वाद में ही लाजवाब नहीं होता फलों में भी इसका बहुत महत्व है क्योंकि इसमें शक्कर की मात्रा अधिक और ग्लूकोज के रूप में होती है। ग्लूकोज रासायनिक प्रक्रिया का नतीजा होने के कारण शरीर में तुरन्त सोख लिया जाता है। इसलिए अंगूर खाने के बाद आप तुरंत स्फूर्ति अनुभव करते हैं। अंगूर विटामिनों का भी सबसे अच्छा स्रोत हैं। विटामिन का सेवन खाली पेट ज्यादा लाभदायक होता है इसलिए अंगूर का सेवन प्रात: काल श्रेयस्कर है। लाल और काले रंग के अंगूर शाम के समय खाए जा सकते हैं।
अंगूर के सेवन से फेफडों मे जमा कफ निकल जाता है, इससे खांसी में भी आराम आता है।अंगूर जी मिचलाना, घबराहट, चक्कर आने वाली बीमारियों में भी लाभदायक है।श्वास रोग व वायु रोगों में भी अंगूर का प्रयोग हितकर है।नकसीर एवं पेशाब में होने वाली रूकावट में भी हितकर है।पके हुए अंगूर का रस मायग्रेन का घरेलू इलाज माना जाता है। अंगूर हृदय को स्वस्थ रखता है, साथ-साथ दिल की धड़कन और दिल के दर्द में भी लाभकारी पाया गया है।
अच्छी मात्रा में थोड़े दिन अगर अंगूर का रस सेवन करे तो किसी भी रोग को काबू में लाया जा सकता है। हृदय रोगियों के लिए अंगूर का रस काफी लाभकारी हो सकता है। अंगूर का महत्व पानी और पोटैशियम की प्रचुर मात्रा के कारण भी है। इसी तरह अलब्युमिन और सोडियम क्लोराइड की मात्रा कम होने के कारण ये गुर्दे की बीमारी में लाभकारी हैं। अंगूर में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला रेसवेराट्रॉल मधुमेह की रोकथाम में भी सहायक होता है। बहुत सी प्रजातियों में यह जीवन बढ़ाने वाला साबित हुआ है।
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